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रासायनिक यौगिक क्या है?
रासायनिक यौगिक एक शुद्ध पदार्थ है जो दो या दो से अधिक तत्वों के रासायनिक संयोजन से बना होता है। ये यौगिक तत्वों के निश्चित अनुपात में संयोजित होते हैं और उनकी संरचना में कोई भी परिवर्तन नहीं होता है। रासायनिक यौगिकों में उनके अवयव तत्वों के गुणों से अलग नए गुण होते हैं।
रासायनिक यौगिकों की विशेषताएँ:
- निश्चित संरचना: रासायनिक यौगिकों की संरचना निश्चित होती है और इसे उनके रासायनिक सूत्र द्वारा व्यक्त किया जाता है।
- नए गुण: यौगिक अपने अवयव तत्वों के गुणों से भिन्न गुण प्रदर्शित करते हैं।
- रासायनिक बंधन: यौगिकों में तत्व रासायनिक बंधनों (जैसे, आयनिक, सहसंयोजक, धात्विक) के माध्यम से जुड़े होते हैं।
- भौतिक और रासायनिक परिवर्तन: यौगिक भौतिक और रासायनिक परिवर्तनों से बनते हैं और टूट सकते हैं।
रासायनिक यौगिकों के प्रकार:
- आयनिक यौगिक: ये यौगिक धनायन (कैटायन) और ऋणायन (ऐनायन) के बीच विद्युत्स्थैतिक आकर्षण से बनते हैं। उदाहरण: सोडियम क्लोराइड (NaCl).
- सहसंयोजक यौगिक: ये यौगिक परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉन साझा करके बनते हैं। उदाहरण: पानी (H₂O).
- धात्विक यौगिक: धात्विक बंधनों के माध्यम से धातु परमाणुओं का संघटन। उदाहरण: पीतल (तांबा और जस्ता का मिश्रण).
- समन्वय यौगिक: धातु आयन और लिगैंड के बीच समन्वय बंधन से बने यौगिक। उदाहरण: हेमोग्लोबिन.
रासायनिक यौगिकों के उदाहरण और उनके उपयोग:
- सोडियम क्लोराइड (NaCl): साधारण नमक, भोजन में उपयोग होता है।
- सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH): साबुन और कागज निर्माण में उपयोग।
- ब्लीचिंग पाउडर (CaOCl₂): वस्त्र और कागज उद्योग में विरंजन के लिए।
- बेकिंग सोडा (NaHCO₃): बेकिंग पाउडर और एंटासिड के रूप में।
- धावन सोडा (Na₂CO₃⋅10H₂O): कपड़े धोने और सफाई में।
- प्लास्टर ऑफ पेरिस (CaSO₄⋅1/2H₂O): भवन निर्माण और चिकित्सकीय उपयोग।
रासायनिक यौगिकों के महत्व:
रासायनिक यौगिक विज्ञान और तकनीकी में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे दैनिक जीवन में उपयोगी उत्पादों के निर्माण, औद्योगिक प्रक्रियाओं, चिकित्सा, कृषि, और कई अन्य क्षेत्रों में उपयोग किए जाते हैं। रासायनिक यौगिकों का अध्ययन रसायन विज्ञान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो नई सामग्री और प्रौद्योगिकियों के विकास में सहायक होता है।
रासायनिक यौगिक और रसायन विज्ञान के 6 महत्वपूर्ण रासायनिक यौगिक
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सोडियम क्लोराइड (NaCl)
सोडियम क्लोराइड, जिसे साधारण नमक भी कहा जाता है, एक आम रासायनिक यौगिक है। इसकी pH 7 होती है, जिससे यह उदासीन होता है।
बनाने की विधि:
सोडियम क्लोराइड को समुद्र के जल या खारे पानी को सुखाकर व्यावसायिक तौर पर प्राप्त किया जाता है। अशुद्धियों को हटाने के लिए, संतृप्त NaCl विलयन में हाइड्रोजन क्लोराइड गैस (HCl) प्रवाहित की जाती है, जिससे शुद्ध NaCl अवक्षेपित हो जाता है।
गुण:
गुण | विवरण |
---|---|
रंग | सफेद ठोस |
गलनांक | 1081 K |
विलेयता | जल में अत्यधिक विलेय |
आयनित | जलीय विलयन में आयनित (Na⁺ और Cl⁻) |
उपयोग:
- भोजन में साधारण नमक के रूप में
- खाद्य परिरक्षण में
- रसायन निर्माण में (NaOH, Na₂CO₃, NaHCO₃, ब्लीचिंग पाउडर)
सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH)
सोडियम हाइड्रॉक्साइड, जिसे कास्टिक सोडा भी कहा जाता है, एक मजबूत क्षार है।
बनाने की विधि:
सोडियम क्लोराइड के विद्युत अपघटन से सोडियम हाइड्रॉक्साइड का उत्पादन होता है। इस प्रक्रिया में एनोड पर क्लोरीन गैस और कैथोड पर हाइड्रोजन गैस बनती है।
2𝑁𝑎𝐶𝑙(𝑎𝑞)+2𝐻2𝑂⟶2𝑁𝑎𝑂𝐻(𝑎𝑞)+𝐶𝑙2(𝑔)+𝐻2(𝑔)2NaCl(aq)+2H2O⟶2NaOH(aq)+Cl2(g)+H2(g)
गुण:
गुण | विवरण |
---|---|
रंग | सफेद चकना ठोस |
गलनांक | 591 K |
विलेयता | जल में शीघ्र विलेय |
आयनित | जलीय विलयन में आयनित (Na⁺ और OH⁻) |
उपयोग:
- साबुन, कागज, रेशम उद्योग में
- बॉक्साइट के धातुकर्म में
- पेट्रोलियम के शोधन में
- वसा और तेल के निर्माण में
- प्रयोगशाला अभिकर्मक के रूप में
ब्लीचिंग पाउडर (CaOCl₂)
ब्लीचिंग पाउडर, जिसे कैल्शियम ऑक्सीक्लोराइड भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण रासायनिक यौगिक है।
बनाने की विधि:
शुष्क बुझा चूना (Ca(OH)₂) पर क्लोरीन गैस की क्रिया से ब्लीचिंग पाउडर प्राप्त होता है।
𝐶𝑎(𝑂𝐻)2+𝐶𝑙2⟶𝐶𝑎𝑂𝐶𝑙2+𝐻2𝑂Ca(OH)2+Cl2⟶CaOCl2+H2O
गुण:
गुण | विवरण |
---|---|
रंग | पीला तीव्र गंध वाला ठोस |
विलेयता | ठंडे जल में विलेय |
प्रतिक्रिया | वायुमंडल में खुला रखने पर क्लोरीन गैस छोड़ता है |
उपयोग:
- वस्त्र और कागज उद्योग में विरंजन के रूप में
- पेयजल शुद्धिकरण में
- रोगाणुनाशक और ऑक्सीकारक के रूप में
- प्रयोगशाला अभिकर्मक के रूप में
बेकिंग सोडा (NaHCO₃)
बेकिंग सोडा, जिसे खाने का सोडा भी कहा जाता है, का रासायनिक नाम सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट है।
बनाने की विधि:
NaCl, NH₃ और CO₂ गैस की क्रिया द्वारा NaHCO₃ का निर्माण होता है।
𝑁𝑎𝐶𝑙+𝐻2𝑂+𝐶𝑂2+𝑁𝐻3⟶𝑁𝑎𝐻𝐶𝑂3+𝑁𝐻4𝐶𝑙NaCl+H2O+CO2+NH3⟶NaHCO3+NH4Cl
गुण:
गुण | विवरण |
---|---|
रंग | सफेद क्रिस्टलीय ठोस |
विलेयता | जल में अघुलनशील |
प्रतिक्रिया | गर्म करने पर CO₂ गैस छोड़ता है |
उपयोग:
- बेकिंग पाउडर के रूप में
- सोडा वाटर बनाने में
- पेट की अम्लता को दूर करने के लिए एंटासिड के रूप में
- हल्के एंटीसैप्टिक के रूप में
- प्रयोगशाला अभिकर्मक के रूप में
धावन सोडा (Na₂CO₃⋅10H₂O)
धावन सोडा, जिसे कपड़े धोने का सोडा भी कहा जाता है, का रासायनिक नाम सोडियम कार्बोनेट है।
बनाने की विधि:
सोडियम कार्बोनेट का निर्माण सॉल्वे विधि से होता है। बेकिंग सोडा को गर्म करने पर भी सोडियम कार्बोनेट प्राप्त होता है।
2𝑁𝑎𝐻𝐶𝑂3⟶𝑁𝑎2𝐶𝑂3+𝐻2𝑂+𝐶𝑂2↑2NaHCO3⟶Na2CO3+H2O+CO2↑
गुण:
गुण | विवरण |
---|---|
रंग | सफेद क्रिस्टलीय ठोस |
विलेयता | जल में विलेय |
प्रतिक्रिया | गर्म करने पर क्रिस्टल जल छोड़ता है |
उपयोग:
- धुलाई और सफाई में
- कास्टिक सोडा, बेकिंग पाउडर, काँच, साबुन के निर्माण में
- कागज, पेट और अन्य उद्योगों में
प्लास्टर ऑफ पेरिस (CaSO₄⋅1/2H₂O)
प्लास्टर ऑफ पेरिस, जिसे P.O.P. भी कहा जाता है, का रासायनिक नाम कैल्शियम सल्फेट हेमीहाइड्रेट है।
बनाने की विधि:
जिप्सम (CaSO₄⋅2H₂O) को 393K ताप पर गर्म करने पर प्लास्टर ऑफ पेरिस प्राप्त होता है।
2𝐶𝑎𝑆𝑂4⋅2𝐻2𝑂⟶2𝐶𝑎𝑆𝑂4⋅1/2𝐻2𝑂+3𝐻2𝑂2CaSO4⋅2H2O⟶2CaSO4⋅1/2H2O+3H2O
गुण:
गुण | विवरण |
---|---|
रंग | सफेद, ठोस चूर्ण |
समय | जल मिलाने पर 15-20 मिनट में कठोर हो जाता है |
उपयोग:
- टूटी हड्डियों को जोड़ने में
- भवन निर्माण में
- दंत चिकित्सा में
- मूर्तियाँ और सजावटी सामान बनाने में
रासायनिक यौगिक और रसायन विज्ञान के 6 महत्वपूर्ण रासायनिक यौगिक: कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न
रासायनिक यौगिक क्या है
रासायनिक यौगिक दो या दो से अधिक तत्वों के रासायनिक संयोजन से बने पदार्थ होते हैं। ये यौगिक एक विशिष्ट रासायनिक सूत्र द्वारा पहचाने जाते हैं और उनके गुण उनके घटक तत्वों के गुणों से भिन्न होते हैं। यौगिक विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं जैसे कि आयनिक यौगिक, सहसंयोजक यौगिक, धात्विक यौगिक, आदि।
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सोडियम क्लोराइड (NaCl) क्या है और इसका क्या उपयोग है?
सोडियम क्लोराइड, जिसे साधारण नमक भी कहा जाता है, एक सामान्य रासायनिक यौगिक है जिसका उपयोग भोजन में स्वाद बढ़ाने, खाद्य परिरक्षण, और विभिन्न रासायनिक पदार्थों (जैसे NaOH, Na₂CO₃, NaHCO₃, और ब्लीचिंग पाउडर) के निर्माण में किया जाता है।
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सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) को कैसे बनाया जाता है?
सोडियम हाइड्रॉक्साइड का उत्पादन सोडियम क्लोराइड के विद्युत अपघटन द्वारा किया जाता है, जिसमें एनोड पर क्लोरीन गैस और कैथोड पर हाइड्रोजन गैस उत्पन्न होती है।
ब्लीचिंग पाउडर (CaOCl₂) के प्रमुख उपयोग क्या हैं?
ब्लीचिंग पाउडर का उपयोग वस्त्र और कागज उद्योग में विरंजन, पेयजल शुद्धिकरण, रोगाणुनाशक और ऑक्सीकारक के रूप में किया जाता है।
बेकिंग सोडा (NaHCO₃) का क्या रासायनिक नाम है और यह कैसे बनता है?
बेकिंग सोडा का रासायनिक नाम सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट है। यह NaCl, NH₃, और CO₂ गैस की क्रिया द्वारा या सोडियम कार्बोनेट के जलीय विलयन में कार्बन डाईऑक्साइड गैस प्रवाहित करके बनाया जाता है।
धावन सोडा (Na₂CO₃⋅10H₂O) का निर्माण कैसे होता है?
धावन सोडा का निर्माण सॉल्वे विधि से होता है, जिसमें सोडियम क्लोराइड का उपयोग किया जाता है। बेकिंग सोडा को गर्म करके भी सोडियम कार्बोनेट प्राप्त होता है, जिसे पुनः क्रिस्टलीकरण द्वारा धावन सोडा में बदला जाता है।
प्लास्टर ऑफ पेरिस (CaSO₄⋅1/2H₂O) का मुख्य उपयोग क्या है?
प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग टूटे हुए हड्डियों को जोड़ने, भवन निर्माण, दंत चिकित्सा, और मूर्तियाँ एवं सजावटी सामान बनाने में किया जाता है।
सोडियम क्लोराइड (NaCl) के जल में विलेयता के क्या गुण हैं?
सोडियम क्लोराइड जल में अत्यधिक विलेय है और जलीय विलयन में आयनित होकर Na⁺ और Cl⁻ आयन प्रदान करता है।
सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) का गलनांक क्या है?
सोडियम हाइड्रॉक्साइड का गलनांक 591 K है।
बेकिंग सोडा (NaHCO₃) के घरेलू उपयोग क्या हैं?
बेकिंग सोडा का उपयोग बेकिंग पाउडर के रूप में, सोडा वाटर बनाने में, पेट की अम्लता को दूर करने के लिए एंटासिड के रूप में, और हल्के एंटीसैप्टिक के रूप में किया जाता है।
ब्लीचिंग पाउडर (CaOCl₂) का विरंजन क्रिया कैसे काम करता है?
ब्लीचिंग पाउडर से मुक्त क्लोरीन गैस जल से संयोजित होकर नवजात परमाणुक ऑक्सीजन [O] उत्पन्न करती है, जो विरंजन क्रिया करती है और ऑक्सीकारक के रूप में व्यवहार करती है।