रक्त: संरचना – कार्य और महत्व: रक्त एक महत्वपूर्ण तरल ऊतक है जो हमारे शरीर के विभिन्न अंगों से लगातार बहता रहता है। यह गाढ़ा, चिपचिपा और जीवंत लाल पदार्थ जीवन से भरपूर है। रक्त का मुख्य कार्य आवश्यक पोषक तत्वों, ऑक्सीजन और चयापचय अपशिष्ट उत्पादों को अंगों तक पहुंचाना है।
रक्त के घटक:
घटक | विवरण |
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प्लाज्मा | रक्त का तरल घटक, जो रक्त की मात्रा का 55% होता है। इसमें 92% पानी और 8% कार्बनिक और अकार्बनिक पदार्थ होते हैं। |
लाल रक्त कोशिकाएँ (RBC) | कुल रक्त कोशिकाओं का 99% हिस्सा, जिसमें हीमोग्लोबिन होता है। ये ऑक्सीजन को शरीर के सभी ऊतकों तक पहुंचाती हैं। |
श्वेत रक्त कोशिकाएँ (WBC) | शरीर को हानिकारक पदार्थों और रोगजनकों से बचाती हैं। विभिन्न प्रकार के होते हैं: ग्रैनुलोसाइट्स और एग्रानुलोसाइट्स। |
प्लेटलेट्स | कोशिका के टुकड़े, जो रक्त के थक्के बनाने और घाव भरने में सहायता करते हैं। |
WBC (White Blood Cell) के प्रकार:
प्रकार | विवरण |
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ग्रैनुलोसाइट्स | न्यूट्रोफिल, इयोसिनोफिल और बेसोफिल शामिल हैं। न्यूट्रोफिल सबसे प्रचुर मात्रा में होते हैं। |
एग्रानुलोसाइट्स | मोनोसाइट्स और लिम्फोसाइट्स शामिल हैं। ये सूक्ष्मजीवों को निगलते हैं और प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया प्रदान करते हैं। |
रक्त: संरचना – कार्य और महत्व: रक्त प्रकार:
रक्त समूह | एंटीजन की उपस्थिति |
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A | RBC पर एंटीजन A |
B | RBC पर एंटीजन B |
AB | RBC पर ए और B एंटीजन |
O | RBC पर कोई एंटीजन नहीं |
रक्त: संरचना – कार्य और महत्व: वीडियो से समझने के लिए खान सर का वीडियो देखें
Rh फैक्टर:
प्रकार | विवरण |
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Rh+ | RBC पर Rh फैक्टर मौजूद होता है। |
Rh- | RBC पर Rh फैक्टर नहीं होता। |
रक्त के कार्य:
- ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन: फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर के ऊतकों तक ले जाना और ऊतकों से कार्बन डाइऑक्साइड को फेफड़ों तक वापस लाना।
- पोषक तत्वों का परिवहन: पचे हुए पोषक तत्वों को आंतों से शरीर की विभिन्न कोशिकाओं तक पहुंचाना।
- अपशिष्ट उत्पादों का निष्कासन: शरीर के विभिन्न भागों से अपशिष्ट उत्पादों को उत्सर्जी अंगों के माध्यम से बाहर निकालना।
- तापमान नियंत्रण: शरीर के तापमान को 37°C के आसपास बनाए रखना।
- हार्मोन का परिवहन: अंतःस्रावी ग्रंथियों द्वारा स्रावित हार्मोन को शरीर के विभिन्न भागों तक पहुंचाना।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता: श्वेत रक्त कोशिकाओं की क्रिया के माध्यम से शरीर को बीमारियों से बचाना।
- पीएच संतुलन: शरीर का पीएच संतुलन बनाए रखना।
- रक्त का थक्का जमना: घाव भरने में सहायक।
रक्त की जटिल दुनिया मानव जीव विज्ञान का एक आकर्षक पहलू है। इसके घटकों, प्रकारों और कार्यों को समझने से हमें यह जानने में मदद मिलती है कि कैसे रक्त जीवन को बनाए रखता है और हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है।
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रक्त: संरचना – कार्य और महत्व: कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न
रक्त शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों, ऑक्सीजन और चयापचय अपशिष्ट उत्पादों को पहुंचाता है जो स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक होते हैं।
एक व्यक्ति के शरीर में कितना रक्त होता है?
सामान्यतः, एक औसत मानव शरीर में लगभग 5-6 लीटर रक्त होता है।
रक्त के रंगहीन कोशिकाएं क्या होती हैं?
रंगहीन कोशिकाएं (WBC) शरीर को हानिकारक पदार्थों और रोगजनकों से बचाती हैं।
रक्त के समूहों को कैसे वर्गीकृत किया जाता है?
रक्त के समूहों को लाल रक्त कोशिकाओं की सतह पर विशिष्ट एंटीजन के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।
क्या रक्त के घटकों का अलग-अलग महत्व होता है?
हां, रक्त के घटकों का अलग-अलग महत्व होता है, जैसे प्लाज्मा, लाल रक्त कोशिकाएं (RBC), श्वेत रक्त कोशिकाएं (WBC) और प्लेटलेट्स।
रक्त के समूहों में क्या अंतर होता है?
रक्त के समूहों में एंटीजन के आधार पर विभिन्नता होती है, जिससे समूह A, B, AB, और O विभिन्नता होती है।
क्या रक्त का समूह किसी की स्वास्थ्य पर प्रभाव डालता है?
हां, रक्त का समूह किसी की स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकता है, जैसे अगर व्यक्ति को अनुभव होने वाली एक गंभीर रक्तस्राव की आवश्यकता होती है तो उन्हें समान समूह का रक्त मिलना चाहिए।
रक्त दान करने का क्या महत्व है?
रक्त दान करने से अनेक लोगों को जीवन की रक्तस्राव की आवश्यकता पूरी होती है, जिससे उनकी जिंदगी बचाई जा सकती है।
रक्त के दान के लिए कौन-कौन से लोग पात्र होते हैं?
किसी भी व्यक्ति जो स्वस्थ और 18 से 65 वर्ष की आयु का हो, वह रक्त दान कर सकता है।
रक्त दान के बाद क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए?
रक्त दान के बाद व्यक्ति को पर्याप्त पानी पीना, भारी वस्त्र न पहनना, और थोड़ी देर आराम करना चाहिए।
रक्त शर्करा क्या है और इसका महत्व क्या है?
रक्त शर्करा, जिसे लोकप्रियता में खून शर्करा के नाम से भी जाना जाता है, एक महत्वपूर्ण चिकित्सा उपाय है जिसमें रक्त का निकासा किया जाता है। यह उपाय विभिन्न चिकित्सा स्थितियों में उपयोग किया जाता है, जैसे अत्यधिक रक्त स्राव, घावों के निर्माण को बढ़ावा देने, या अवशोषित रक्त के निकास के लिए।
क्या रक्त शर्करा करने के लिए कोई विशेष मानदंड होते हैं?
हां, रक्त शर्करा करने के लिए कुछ मानदंड होते हैं, जैसे व्यक्ति को स्वस्थ और 18 से 65 वर्ष की आयु का होना चाहिए। व्यक्ति को किसी भी अन्य संक्रमित या संक्रामक रोग से मुक्त होना चाहिए, और उन्हें पहले से ही किसी चिकित्सा समस्या का सामना नहीं करना चाहिए।
रक्त के कार्य क्या है?
1. ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन
2. पोषक तत्वों का परिवहन
3. अपशिष्ट उत्पादों का निष्कासन
4. तापमान नियंत्रण
5. हार्मोन का परिवहन
6. रोग प्रतिरोधक क्षमता
7. पीएच संतुलन
8. रक्त का थक्का जमना